About this Samak Chawal
- Samak Chawal,Quantity-1 kg
- Sama rice is a good gluten-free grain and a good health option during fasting days. They can be eaten plain or with Vrat ki kadhi. It is a good substitute for rice and is high in minerals and vitamins, providing essential nutrients. Because it is high in digestible fibres, Samak Chawal can be used as a healthy substitute for rice.
- Naturally grown. Has no chemicals and pesticides
- Samak Chawal Store in an air tight glass or stainless steel container in a cool and dry place
- In Navratri diet Samak Chaval is a good replacement for rice eaters. It is not a cereal but a fruit. It is the seed of a grass (EchinochloaColonum) which frequently grows amongst the rice paddy. In fact it can be eaten in every spiritual fast. It is also called as Samo rice,more about recipi Samak rice.
- Barnyard millet is widely grown in hilly areas throughout Uttarakhand. Barnyard millet, also known as shyama in Bengali, moraiyo in Gujarati, sanwa rice in Hindi, oodalu in Kannada, kuthiraivolly in Tamil, and udalu in Telugu, when cooked tastes almost like broken rice. Millet is a tiny, white, round grain that is slightly larger in size than suji (semolina).
Uses of Samak Chawal
- व्रत हमेशा ऋृतु संधि पर आते हैं। जिससे हमारे शरीर की पाचन क्रिया कमजोर होती है। ऐसे में व्रत रखने और हल्का आहार का सेवन करने से पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता है। समा के चावल खाने में बेहद हल्के होते हैं। समा के चावल में फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है। जिससे भूख कम लगती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा समा के चावल खाने से गैस संबंधी समस्या भी नहीं होती।
- सामक चावल (Samak Rice) एक प्रकार के अनाज होते हैं जो व्रत के दौरान खाने के लिए उपयोग किए जाते हैं, खासकर हिन्दू व्रतों में। यह राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे उत्तर भारतीय राज्यों में प्रमुखतः पैदा किया जाता है और व्रत के दिनों में उपयोग के लिए खासकर बनाया जाता है।सामक चावल को व्रत के दौरान खाया जाता है क्योंकि इसमें अनाज के अन्य प्रकार के चावल जैसे ग्लूटेन नहीं पाया जाता है, और यह शाकाहारी भोजन के लिए उपयुक्त होते हैं। सामक चावल को व्रत के दिनों में पुलाव, खिचड़ी, उपमा, और दोसा जैसे विभिन्न व्यंजनों में प्रिय रूप से बनाया जाता है।सामक चावल के स्वाद में बेहद मिलावट होती है और यह व्रत के दिनों में आपके पौष्टिकता की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, यह खासकर व्रत के नियमों के अनुसार आहार लेने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्यपूर्ण और लाइट विकल्प होता है। हम आपको सामक चावल के मानव स्वास्थ्य में उपयोग के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी देंगे।
- आपके पाचन को सुधारता है: सामक चावल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जिससे पाचन प्रक्रिया सुधारती है। यह आपकी पेट में भरपूर बल होने का कारण बनता है और कब्ज समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
- पौष्टिकता का खजाना: सामक चावल में प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है। यह आपको ऊर्जा प्रदान करता है और आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
- ग्लूटेन-मुक्त विकल्प: सामक चावल ग्लूटेन-मुक्त होते हैं, जिससे वे वो लोग भी खा सकते हैं जो ग्लूटेन इंटॉलरेंस (सेलिएक रोग) से पीड़ित हैं। यह एक महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है जो ग्लूटेन से संबंधित समस्याओं का समाधान करता है।
- शांति और मानसिक स्थिति में सुधार: सामक चावल का उपयोग ध्यान और मेडिटेशन के दौरान किया जा सकता है क्योंकि इसमें सेरोटोनिन और गाबा जैसे मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने वाले होर्मों के लिए अमीनो एसिड्स मौजूद होते हैं। यह मानसिक स्थिति को शांत और सुखद बनाने में मदद कर सकता है।
- संजीवनी शक्ति का स्रोत: सामक चावल विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, विटामिन की अच्छी स्रोत होते हैं, जो आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन बी कम्प्लेक्स आपकी ऊर्जा को बढ़ावा देता है और थकान को दूर करता है।
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